क्या आप जानते हैं कि दुनिया का पहला पर्सनल कंप्यूटर (personal computer) किसने बनाया था ? दुनिया का personal computer बनाने वाली कंपनी का नाम है "आईबीएम" (IBM) |  एप्पल तो इस रेस में बहुत बाद में आया | कंप्यूटर के आविष्कार के शुरुआती दिनों में कंप्यूटर काफी बड़े हुआ करते थे | जिस को इस्तेमाल करने के लिए 20-30 आदमी लगा करते थे | पर आईबीएम (IBM) ने इसका एक समाधान निकाला | शुरुआती दिनों में आईबीएम (IBM) ने टाइपराइटर जैसे ही दिखने वाले कंप्यूटर बनाए | उन कंप्यूटर को आप वर्ड प्रोसेसर की तरह यूज कर सकते थे | जिसमें टाइप किया हुआ अक्षर मेमोरी में सेव होता था | उस मेमोरी को सेव करने के लिए ऑडियो टेप का इस्तेमाल किया जाता था | इसकी बिक्री होने की वजह यह थी कि अगर आपसे कुछ गलत टाइप हो जाए तो आप उसे Undo भी कर सकते थे |

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Boy using IBM 5150 First personal computer (pc) , Source : Wikipedia


बाद में आएगी हमने कंप्यूटर के डिजाइन में बदलाव किया | और टीवी सेट की तरह दिखने वाला एक कंप्यूटर बनाया | इस कंप्यूटर में आउटपुट देखने के लिए एक टीवी, मेमोरी को सेव करने के लिए ऑडियो कैसेट प्लेयर दिया जाता था | आईबीएम (IBM) का पहला पर्सनल कंप्यूटर (personal computer) का नाम आईबीएम 5100 था | पर आईबीएम द्वारा की गई यार कोशिश विफल रही | बाद में आए आईबीएम 5150 को हम  पहले पर्सनल कंप्यूटर के तौर जानते हैं | आइये जानते है आईबीएम (IBM)  के पहले पर्सनल कंप्यूटर के बारे में ये 10 बातें | 

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Unknown Facts About IBM 5150 World's First Personal Computer : 

  • 1. आईबीएम (IBM) ने टाइपराइटर से कंप्यूटर की तरफ रुख किया |  1975 में अपना आईबीएम 5100 नाम का एक पोर्टेबल कंप्यूटर बनाया | आईबीएम (IBM) अपने कंप्यूटर को खुद से तैयार करती थी | इसीलिए कंपनी को कंप्यूटर बनाने में काफी देर होती थी | 1975 में जब आईबीएम (IBM) ने अपना पहला पोर्टेबल कंप्यूटर मार्केट में उतारा तो इसकी कीमत $11,000 से $20,000 रखी गई | कीमत अधिक होने के कारण यह बाजार में कम ही बिका | आज भी आईबीएम (IBM) का यह कंप्यूटर उनकी पहली नाकाम कोशिश माना जाता है |

  • 2. आईबीएम 5150 आईबीएम (IBM) की तरफ से पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) मार्केट में दूसरी  कोशिश थी | आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इसमें 16K मेमोरी की रैम थी | डाटा सेव करने के लिए उस समय हार्ड डिस्क का आविष्कार नहीं हुआ था | आईबीएम 5150 में डाटा एक ऑडियो कैसेट में से होता था | वैसे तो फ्लॉपी डिस्क लगाकर आप डाटा सेव कर सकते थे, पर यह एक अतिरिक्त विकल्प की तरह ही मौजूद था | 

  • 3. जब आप आईबीएम (IBM) के इस पर्सनल कंप्यूटर आईबीएम 5150 को खरीदते, तो आपको एक ऑडियो कैसेट प्लेयर के साथ एक टीवी सेट की तरह दिखने वाला सिस्टम ही मिलता था | आप इस तस्वीर में देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि पहले के पर्सनल कंप्यूटर किस तरह के दिखते थे | 

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    Source: Wikipedia 

  • 4. पर्सनल कंप्यूटर के साथ दिया जाने वाला सॉफ्टवेयर भी आईबीएम (IBM) की तरफ से इंस्टॉल करके दिया जाता था | उस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम था "PC-DOS" | यह नाम इंटेल (Intel) कंपनी द्वारा दिया गया था | बाद में इसे "MS-DOS"  के नाम से जाना गया |  

  • 5. इसमें आप माइक्रोसॉफ्ट के बेसिक प्रोग्राम लैंग्वेज को यूज कर सकते थे | और इसमें कुछ भी खास नहीं किया जा सकता था  , जैसा कि हम आज के पर्सनल कंप्यूटर्स के साथ कर सकते हैं | इसमें दिया जाने वाला फ्लॉपी डिस्क की  कीमत 1565 डॉलर थी | 

  • 6. आईबीएम (IBM) कंपनी उस समय कंप्यूटर मार्केट में एक जाना माना नाम था | लेकिन न्यूज़ पेपर में छपने वाली खबर , उनकी खराब मैनेजमेंट सिस्टम की तरफ इशारा कर, कहती थी कि आईबीएम (IBM) फैसले लेने में देरी करता है | क्योंकि आईबीएम ने अपना पर्सनल कंप्यूटर आईबीएम 5150 सितंबर 1981में  बाजार में उतारा | जबकि पर्सनल कंप्यूटर की शुरुआत 1971 हो चुकी थी | 

  • 7. 1975 में आईबीएम (IBM) ने 5100 नाम का एक मॉडल बाजार में उतारा था जो कि एक का पोर्टेबल कंप्यूटर सिस्टम था | यह आइटम द्वारा डिजाइन किया गया पहला पर्सनल कंप्यूटर था | पर यह फ्लॉप हो गया | 

  • 8. आपने देखा होगा डेक्सटॉप या पर्सनल कंप्यूटर में लगे हुए कंपोनेंट अलग-अलग कंपनी के बने होते हैं | इसकी शुरुआत आईबीएम ने ही की थी | आईबीएम (IBM) के कंप्यूटर बनाने की प्रक्रिया में बहुत से इंजीनियर लगते थे | इस तरह खर्चा ज्यादा हो जाता था | और बिक्री ना होने के कारण कंपनी को बहुत नुकसान भी उठाना पड़ता था | इसे ठीक करने के लिए आईबीएम (IBM) ने बड़ी मात्रा में हार्डवेयर कॉम्पोनेंट (प्रोसेसर,रैम और ग्राफ़िक कार्ड )  को इंपोर्ट करना शुरू किया | 


  • 9. आईबीएम (IBM) के पर्सनल कंप्यूटर (Personal computer ) में लगा हुआ सीपीयू (CPU) इंटेल (Intel) कंपनी द्वारा बनाया जाता था | और ऑपरेटिंग सिस्टम माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft)  कंपनी द्वारा लिया गया | यह वही दौर था जब माइक्रोसॉफ्ट कंपनी सॉफ्टवेयर के बिजनेस में अस्तित्व में आई | यह सब मुमकिन हुआ आईबीएम (IBM) की बदौलत | 

  • 10. आईबीएम 5150 कंपनी द्वारा एक बड़ी जीत साबित हुआ | क्योंकि यह उन लोगों के लिए बनाया गया था जोए कंप्यूटर यूज करने का शौक रखते हैं | यह हर एक वर्क के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता था | इसे चलाना बेहद आसान था | इसलिए यह पर्सनल कंप्यूटर के तौर पर उभरा | इसे कंपनी के ऑफिस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था | साथ ही साथ किसी यूनिवर्सिटी में भी और घर में भी | पहले के कंप्यूटर में ऐसा करना कोई हम बात नहीं थी | 

  • आईबीएम 5150 के साथ फ्लॉपी डिस्क की भी डिमांड बढ़ गई | उस समय फ्लॉपी डिस्क की कीमत करीब 1565 डॉलर थी | पहले साल इसकी 2,00,000 यूनिट की बिक्री हुई | जोकि आईबीएम (IBM) के लिए एक बड़ी कामयाबी थी


अपने शुरुआती दिनों में आईबीएम (IBM) हर कंप्यूटर को खुद से तैयार करता था | ऐसा करने से वह मार्केट में काफी देर से आता था | अपने इस तरह के काम करने के तरीके को लेकर वह हमेशा अखबारों में सुर्खियां बटोर था | जिससे कंपनी की छवि खराब हो रही थी | अपने अनुभव से सीखते हुए आईबीएम (IBM) ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को इंपोर्ट करने का फैसला किया | यह फैसला उनके हक में रहा | और आज भी इसे कंप्यूटर मार्केट में एक् स्टैंडर्ड की तरह देखा जाता है | आज भी बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने बनाए हुए डिवाइस के लिए कंपोनेंट , हार्डवेयर पार्टनर से इंपोर्ट करती है | जिससे डिवाइस को तैयार करने में देरी नहीं होती और वह कम समय में अधिक मात्रा में डिवाइस तैयार कर सकते हैं | 

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About Founder & Author:

कुमार गौरव सिंह एक भारतीय ब्लॉगर, फ्रीलॉन्स कंटेंट राइटर और SEO अनलिस्ट है | वह एक फ्रीलांसर के तौर पर 2018 से काम कर रहे है | वह Upwork पर एक "Top Rated Talent" फ्रीलांसर है | whatyouremind.in एक हिंदी ब्लॉग है, जहाँ पर व्यवस्थित रूप से बिज़नेस, मार्केटिंग और पर्सनल फाइनेंस के बारे में जानकारी दी जाती है | मोबाइल पर पढ़ने के लिए, आप हमारा एंड्राइड एप्प भी Whatyouremind Lite डाउनलोड कर सकते है |


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