What is Browser Cache in Hindi?
आपने cache के बारे में सुना होगा | कंप्यूटर से लेकर फ़ोन तक ये हर जगह इस्तेमाल होता है | आपको ये जान कर हैरानी होगी की इसका सबसे CPU में इस्तेमाल होता था और आज भी इसे CPU को डाटा अच्छे से प्रोसेस करने में काम में लाया जाता है |अगर आप Caching का मतलब जानते है तो आप ये भी जानते होंगे की ये किस लिए काम में लाया जाता है | Caching को अगर सरल भाषा में समझाया जाये तो कंप्यूटर, ब्राउज़र या एप्लीकेशन को कई बार ऐसे ऐसी फाइल की ज़रूरत होती है जिसका इस्तेमाल करना उनके लिए ज़रूरी है | और अपना समय बचाने के लिए ये फाइल्स को लोकल मेमोरी में सेव(जमा) कर लेते है | इसे Caching बोलते है |
ये प्रोसेसर का समय बचाता है और उसे यूजर की तरफ से दी गयी सभी इन्सट्रक्शन या कमांड को सही से पूरा करने में मदद करता है | Caching हमेशा से ही लोकल स्टोरेज में सेव की जाती है |
ये local storage कोई भी हो सकती है , जैसे की हार्ड ड्राइव, फ़ोन मेमोरी या मेमोरी कार्ड | कंप्यूटर ब्राउज़र (browser) जैसे की Google chrome, Mozilla Firefox और अन्य भी Caching का प्रयोग करते है |
ये Caching कुछ ऐसे होती है मनो की जिस वेबसाइट को यूजर द्वारा बार-बार खोला जा रहा है | ब्राउज़र उसकी Log Files बना कर कंप्यूटर में ही रख देता है | ये Log Files ज़रूरत के समय directly access हो जाती है | और वेबसाइट जल्दी खुलती है |
How many types of Caching in Hindi?
- Web Caching (Browser/Proxy/Gateway)
- Data Caching
- Application/Output Caching
- Distributed Caching
Source: Business2Community
आम तौर पर ब्राउज़र में Caching के वक़्त इस तरह की फाइल्स को ही सेव किया जाता है | Images - logos, pictures, backgrounds, HTML,CSS और JavaScript को ही cache बनाया जाता है | क्युकी वेबसाइट में यही मौजूद होती है |